
दैनिक खबर शेखावाटी नागपाल शर्मा राजगढ़ (अलवर)। बैकुंठ चतुर्दशी के पावन अवसर पर कस्बे के चौपड़ बाजार स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर एवं गोविंद देव मंदिर, बावन देव मंदिर, माचाड़ी नंगेश्वर धाम आश्रम सहित नगर के अनेक मंदिरों में 5100 दीपकों से भव्य दीपोत्सव मनाया गया।
एक माह से चल रहे कार्तिक मास के समापन अवसर पर श्री राधा दामोदर जी महाराज की पूजा-अर्चना एवं परिक्रमा के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रातःकाल से ही भक्तों ने मंदिरों में पहुंचकर दीपदान किया और ठाकुरजी के दर्शन लाभ प्राप्त किए। मंदिरों में घंटे-घड़ियालों की मधुर ध्वनि और हरि नाम संकीर्तन से पूरा नगर भक्तिमय वातावरण में सराबोर हो गया।
मंदिर महंत पूर्ण दास, पंडित मदन मोहन शास्त्री और पंडित रोहित शर्मा ने बताया कि बैकुंठ चतुर्दशी को “हरि और हर के मिलन दिवस” के रूप में जाना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन वैकुंठ के द्वार भक्तों के लिए खुले रहते हैं और भगवान नारायण स्वयं पृथ्वी लोक पर भ्रमण करते हैं।
शास्त्री ने बताया कि कार्तिक मास भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय महीना है और इस दौरान किया गया दान, तप, दीपदान और स्नान अत्यंत फलदायी माना जाता है। इस अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक मंगल गीतों के माध्यम से भगवान का गुणगान किया।
मध्यान्ह 3 बजे श्री राधा दामोदर जी महाराज का विसर्जन श्री जगन्नाथ मंदिर से शोभायात्रा के रूप में किया गया। सैकड़ों भक्तों ने घंटे-घड़ियालों की ध्वनि के साथ नगर भ्रमण कर परिक्रमा लगाई और भक्ति भाव से दामोदर जी महाराज का विसर्जन किया।
इस अवसर पर महंत पूर्ण दास, पंडित मदन मोहन शास्त्री, पंडित रोहित शर्मा, महेंद्र तिवारी, एडवोकेट कन्हैयालाल लखेरा, मन्नू शर्मा, हरिओम गुप्ता, राजकुमार, गायत्री शर्मा, राजेंद्र सर्राफ, पारस सर्राफ, मीनू खूंटेटा, शीला खूंटेटा, प्रकाश दीक्षित, मुकुल बढ़ाया, मयूर खंडेलवाल, अमन पवार, लोकेश जैन सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।
पंडित मदन मोहन शास्त्री ने बताया कि श्री जगन्नाथ जी महाराज के सामूहिक 56 भोग का प्रसाद आगामी बुधवार, 5 नवम्बर (कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा) को प्रातः मंगला आरती के पश्चात भक्तों को वितरित किया जाएगा।




