
दैनिक राजस्थान समाचार न्यूज संवाददाता प्रदीप कुमार शर्मा गढटकनेत -अजीतगढ़। भवानी सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हरिपुरा में संविधान दिवस के अवसर पर प्रधानाचार्य लक्ष्मीनारायण कुमावत की अध्यक्षता में समस्त स्टॉफ एवं विद्यार्थियों ने संविधान की आत्मा प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया ,साथ ही संविधान दिवस पर वार्ता प्रस्तुत की गई।वार्ताकार शिंभुदयाल मीणा उप प्राचार्य,राकेश कुमार सामोता व्याख्याता,ममता सैनी व्याख्याता, राकेश कुमार सैन ने संविधान के बारे में उपस्थित विद्यार्थियों एवं अभिभावकों को विस्तृत जानकारी प्रदान की। प्रधानाचार्य लक्ष्मीनारायण कुमावत ने कहा कि संविधान हमारे लोकतंत्र की आत्मा और सुशासन का आधार है। संविधान ही किसी राष्ट्र का चरित्र , मर्यादा और दिशा निर्धारित करता है ।यह केवल विधिक दस्तावेज ही नहीं होता है , बल्कि एक जीवंत मूल-व्यवस्था होती है जो राष्ट्र की आत्मा को परिभाषित करती है। संविधान दिवस हमें यह स्मरण करवाया है कि भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण लोकतंत्र की स्थिरता,एकता और प्रगति का आधार हमारे संविधान की दूरदर्शिता, उदारता और संतुलन है।भारत गणराज्य का संविधान 26नवम्बर,1949को बनकर तैयार हुआ था। संविधान सभा ने भारत के संविधान को 2वर्ष11माह 18दिन में 26नवम्बर,1949को पूरा कर राष्ट्र को समर्पित किया और 26जनवरी,1950से संविधान अमल में लाया गया।भारत का संविधान दुनिया के सबसे विस्तृत एवं आधुनिक संविधानों में माना जाता है।यह हमें अधिकार ही नहीं देता , बल्कि कर्तव्यों की भावना भी जगाता है।उप प्राचार्य शिंभुदयाल मीणा ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान है। 26नवम्बर,1949के दिन भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक, गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास,धर्म प्राप्त कराने के लिए तथा उन सब में और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता, व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़संकल्प होकर इस संविधान को अंगीकृत,अधिनियमित और आत्मार्पित किया गया।
संविधान अंगीकृत करने के गौरवपूर्ण दिवस समारोह में प्रधानाचार्य लक्ष्मीनारायण कुमावत सहित उप प्राचार्य शिंभुदयाल मीणा, व्याख्याता राकेश कुमार सामोता,ओम केसरी वर्मा, व्याख्याता ममता सैनी,राकेश कुमार सैन, वरिष्ठ अध्यापक बन्नाराम जाट,रतन लाल पारीक,राहुल कुमार अध्यापक, एसडीएमसी सदस्यगण, मतदाता साक्षरता क्लब सदस्य विद्यार्थी, अभिभावक विक्रम सिंह,पुष्पा कंवर, संतोष कंवर इत्यादि उपस्थित रहे। प्रधानाचार्य लक्ष्मीनारायण कुमावत के नेतृत्व में सभी उपस्थित लोगों ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन किया और राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का विधिवत् समापन हुआ।




