
दैनिक राजस्थान समाचार संवाददाता विजयपाल सिंह राठौड़। राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ के रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, विभागीय निर्देशानुसार, आज राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) आसींद में एक विशेष सामूहिक गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय विरासत के प्रति सम्मान और कर्मचारियों में राष्ट्रप्रेम की भावना को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से किया गया।
प्रमुख उपस्थिति और देशभक्ति का माहौल
इस गौरवपूर्ण कार्यक्रम में चिकित्सालय के सभी डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल टीम एवं प्रशासनिक कर्मचारी उपस्थित रहे। राष्ट्रगीत के सामूहिक गायन के दौरान पूरा परिसर देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हो उठा, जिसने स्वास्थ्य केंद्र के माहौल को ऊर्जावान बना दिया।
अस्पताल प्रशासन का वक्तव्य
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि यह आयोजन केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय विरासत के प्रति सम्मान का प्रतीक है। इसके साथ ही, इस तरह के सामूहिक कार्यक्रम कर्मचारियों के बीच एकता, अनुशासन और राष्ट्रप्रेम की भावना को भी मजबूत करते हैं। कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जो स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ राष्ट्रीय मूल्यों को भी महत्व देने की भावना को दर्शाता है।
📜 राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ — एक ऐतिहासिक तथ्य
‘वन्दे मातरम्’ की रचना बंगाली साहित्यकार बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय ने 7 नवंबर, 1875 को की थी। इसे पहली बार उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘आनंदमठ’ (1882) में प्रकाशित किया गया था। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के दौरान यह गीत स्वतंत्रता सेनानियों के लिए एक जागृति मंत्र बन गया था।
इसकी रचना के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, केंद्र सरकार द्वारा देश भर में एक वर्षीय स्मरणोत्सव कार्यक्रम का भी उद्घाटन किया गया है।




